Sariya Cement Balu Price: सरिया सीमेंट बालू का रेट घटा, घर बनाने वालों के चेहरे पर लौटी मुस्कान
Sariya Cement Balu Price: आजकल घर बनाना हर आम आदमी का सपना होता है, लेकिन जब बिल्डिंग मटेरियल की कीमतें बढ़ जाती हैं तो यह सपना थोड़ा दूर सा लगने लगता है। हाल ही में सरकार द्वारा जीएसटी दरों में किए गए बदलाव के बाद अब घर बनाने वालों के लिए राहत की खबर आई है। दिसंबर 2025 की शुरुआत में सरिया, सीमेंट और बालू के दामों में गिरावट दर्ज की गई है जिससे निर्माण कार्य फिर से रफ्तार पकड़ने लगा है।
सरिया का रेट दिसंबर 2025 में
अगर बात करें सरिया यानी रिबार के दामों की तो इस समय यह लगभग 70000 से 75000 रुपये प्रति टन तक मिल रहा है। कुछ हफ्ते पहले यही रेट 77000 से 78000 रुपये प्रति टन तक पहुंच गया था। यानी लगभग 3000 रुपये की राहत मिली है। यह गिरावट स्टील मार्केट में सप्लाई बढ़ने और टैक्स दरों में संशोधन के कारण आई है। फिलहाल कीमतों में स्थिरता बनी हुई है और आने वाले दिनों में इसके और घटने की संभावना जताई जा रही है।
सीमेंट की कीमतों में भी आई नरमी
सीमेंट जो हर निर्माण का सबसे जरूरी हिस्सा होता है अब सस्ता हो गया है। पहले जहां 50 किलो का सीमेंट बैग 370 से 390 रुपये में मिल रहा था वहीं अब यह 330 से 360 रुपये के बीच उपलब्ध है। कुछ छोटे ब्रांड 300 रुपये तक का बैग भी बेच रहे हैं जबकि बड़े ब्रांड जैसे अल्ट्राटेक, एसीसी और बिड़ला 450 से 480 रुपये तक के हैं। यह कमी घर बनाने वालों के लिए बड़ी राहत है क्योंकि सीमेंट का खर्च पूरे बजट का बड़ा हिस्सा होता है।
बालू के दामों में भी कमी से मिली राहत
बालू यानी रेत की कीमतें भी अब पहले से कम हो गई हैं। हाल के अपडेट के अनुसार एक ट्रॉली बालू की कीमत 4500 से 5200 रुपये के बीच है। पहले यही रेट 5500 से 6000 रुपये तक पहुंच गया था। मानसून के बाद रेत की सप्लाई बढ़ने और ट्रांसपोर्टेशन लागत में कमी आने से यह राहत संभव हुई है। अब निर्माण कार्यों में लागत कम होने लगी है जिससे ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में लोग नए घर बनाने के लिए प्रेरित हो रहे हैं।
जीएसटी में बदलाव से कैसे मिला फायदा
हाल ही में सरकार ने निर्माण सामग्री पर जीएसटी दरों में कुछ संशोधन किए हैं जिससे सीधे तौर पर कीमतों में गिरावट आई है। पहले सरिया और सीमेंट पर टैक्स रेट ज्यादा था लेकिन अब इसमें राहत मिलने से व्यापारियों ने अपने रेट कम कर दिए हैं। इस फैसले से न सिर्फ बिल्डरों को बल्कि आम जनता को भी फायदा हुआ है क्योंकि अब घर बनाने की कुल लागत कम हो गई है।
आने वाले दिनों में क्या रहेगा ट्रेंड
बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि फिलहाल कीमतों में स्थिरता बनी रहेगी और अगले कुछ महीनों तक इनमें कोई बड़ा उछाल देखने को नहीं मिलेगा। अगर स्टील और सीमेंट की सप्लाई नियमित बनी रही तो घर बनाने वालों के लिए यह सुनहरा समय साबित हो सकता है। बहुत से लोग जो अब तक बढ़े दामों की वजह से निर्माण रोक चुके थे अब फिर से काम शुरू करने की सोच रहे हैं।