Bank News: आज के समय में लगभग हर आर्थिक कामकाज बैंक खाते पर निर्भर करता है। कई लोग किसी कारणवश वर्षों तक अपना खाता इस्तेमाल नहीं कर पाते और वह निष्क्रिय हो जाता है। पहले ऐसे खाते को दोबारा सक्रिय करवाना काफी मुश्किल और समय लेने वाला काम था। लेकिन अब आरबीआई द्वारा जारी किए गए नए निर्देशों के बाद सहित सभी बैंकों के ग्राहकों के लिए यह प्रक्रिया बेहद सरल और सुविधाजनक बन गई है। अगर आपका भी खाता निष्क्रिय पड़ा है तो अब चिंता की जरूरत नहीं है क्योंकि इसे शुरू करना पहले की तुलना में बहुत आसान हो गया है।
Bank News नया बदलाव क्या है?
आरबीआई ने हाल ही में नए नियम जारी किए हैं जिनके अनुसार अब इनऑपरेटिव बैंक खातों को सक्रिय करवाने के लिए ग्राहकों को अपनी होम ब्रांच जाने की जरूरत नहीं है। पहले यह अनिवार्य था और कई लोग शहर बदलने या दूरी के कारण खाता सक्रिय नहीं कर पाते थे। अब ग्राहक देश की किसी भी शाखा में जाकर अपना केवाईसी अपडेट कर सकते हैं और तुरंत अपना खाता शुरू करवा सकते हैं। कागजी कार्यवाही भी कम कर दी गई है जिससे प्रक्रिया तेज और आसान हो गई है। इस बदलाव का सबसे बड़ा लाभ उन लोगों को मिलेगा जो लंबे समय से अपने खाते का उपयोग नहीं कर पाए थे।
इनऑपरेटिव खाता क्या होता है?
किसी बैंक खाते में दस साल तक कोई लेनदेन न होने पर उसे इनऑपरेटिव यानी निष्क्रिय घोषित कर दिया जाता है। ऐसे खातों में जमा राशि को अनक्लेम्ड डिपॉजिट माना जाता है और यह राशि आरबीआई के डिपॉजिटर एजुकेशन एंड अवेयरनेस फंड में भेज दी जाती है। पहले इसे वापस पाने और खाता सक्रिय करने में कई दस्तावेज और सत्यापन की जरूरत होती थी। लेकिन Bank News के नए नियमों के बाद यह प्रक्रिया काफी सरल हो गई है। अब ग्राहक सिर्फ पहचान और पते से जुड़े दस्तावेज देकर आसानी से अपना निष्क्रिय खाता पुनः चालू कर सकते हैं।
वीडियो KYC से होगी और भी आसानी
आरबीआई के नए निर्देशों में वीडियो KYC विकल्प भी जोड़ा गया है जिससे ग्राहक घर बैठे ही अपने खाते को सक्रिय करा सकेंगे। इस प्रक्रिया में बैंक अधिकारी मोबाइल या लैपटॉप के माध्यम से वीडियो कॉल पर ग्राहक की पहचान सत्यापित करते हैं। यह सुविधा बुजुर्ग लोगों एनआरआई और दूरदराज के इलाकों में रहने वालों के लिए सबसे उपयोगी है। बिना बैंक जाने केवल कुछ मिनटों में खाता एक्टिव किया जा सकता है। इस सुविधा से समय और यात्रा दोनों की बचत होती है।